
नई दिल्ली। पूर्व भारतीय कप्तान और मशहूर कमेंटेटर सुनील गावस्कर ने दावा करते हुए कहा है कि इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में शामिल खिलाड़ी इंटरनेशनल क्रिकेट में ज्यादा मेहनत नहीं करते, ताकि वे चोटिल होकर टूर्नामेंट से बाहर न हो जाएं। हाल ही में बेंगलुरु में 12 और 13 फरवरी को आईपीएल की नीलामी (IPL 2022 Auction) हुई, जहां 10 फ्रेंचाइजियों ने खिलाड़ियों पर मोटी रकम खर्च की। खिलाड़ी अगर आईपीएल नीलामी या लीग के शुरू होने से पहले चोटिल हो जाता है तो नीलामी के दौरान उसे ज्यादा पैसे नहीं मिलते है। हालांकि इंग्लैंड के तेज गेंदबाज जोफ्रा आर्चर एक अपवाद साबित है, जिसे चोटिल होने के बाद भी मुंबई इंडियंस ने 8 करोड़ रुपये में खरीदा।
गावस्कर ने अंग्रेजी अखबार द टाइम्स ऑफ इंडिया के लिए अपने कॉलम में लिखा, 'आईपीएल नीलामी सभी खिलाड़ियों के लिए जिंदगी बदलने वाली होती है क्योंकि ये उनके और उनके परिवार के लिए एक सुरक्षित भविष्य के रास्ते खोलती है। ऐसे में इसकी भी आशंका बनी रहती है कि कई खिलाड़ी अपनी राष्ट्रीय टीमों के लिए खेलते उतनी ज्यादा मेहनत न करें, खास तौर पर जब आईपीएल आस-पास ही हो।
आईपीएल नीलामी 2022 में 10 फ्रेंचाइजियों ने 200 से ज्यादा खिलाड़ियों को खरीदने के लिए 500 करोड़ से ज्यादा रुपये खर्च किए हैं। ईशान किशन नीलामी में सबसे महंगे खिलाड़ी रहे, जिसे मुंबई इंडियंस ने 15.25 करोड़ रुपये में खरीदा। उन्होंने कहा, 'यह सुनिश्चित करने के लिए है कि कोई चोट नहीं है जो उन्हें आईपीएल के लिए फिट होने से रोकेगी और वे उस सुरक्षा चूक जाएंगे जो कि आईपीएल उन्हें गारंटी देता है। इसलिए वे ज्यादा मेहनत नहीं करना चाहते हैं, ताकि उन्हें आईपीएल से हटना न पड़े।